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Showing posts from June, 2018

Questionaire

पहले के मौसम और अभी के मौसम में आपको कोई अंतर नज़र आती है । हाँ नही आपकी जीविकोपार्जन की मुख्य स्रोत क्या है  खेती जंगल नोकरी आपलोग को मौसम की मार से बचाने के लिए किसकी सहायता आसानी से मिलती है । सरकार की स्वयंसेवक की संस्थाओं की क्या आपको पता है कि आपके गांव में जमना लाल बजाज फाउंडेशन के द्वारा जलवायु परिवर्तन के विषय मे जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। हाँ नही क्या आपने कभी सरकार से मौसम की मार झेल फसलों की सुरक्षा हेतु दिए जा रहे अनुदान राशि को प्राप्त किया है हैं नही आपकी कृषि पध्दति कोन सी है जैविक प्राकतिक रासायनिक कृषि के लिए आपका प्रमुख फ़सल को सा है कपास धन गेहूं जवार मकई गन्ना क्या आपके घर के कोई सदस्य नोकरी के लिए खेती को छोड़ पास के शहरों में गए हैं । नही हाँ नागपुर वर्धा यवतमाल अन्य

शोध प्रारूप का अर्थ, प्रकार एवं महत्व

शोध प्रारूप का अर्थ, प्रकार एवं महत्व प्रस्तावित सामाजिक शोध की विस्तृत कार्य योजना अथवा शोधकार्य प्रारम्भ करने के पूर्वसम्पूर्ण शोध प्रक्रियाओं की एक स्पष्ट संरचना ‘शोध प्रारूप’ या ‘शोध अभिकल्प’ के रूप में जानी जाती है। शोध प्रारूप के सम्बन्ध में यह स्पष्ट होना चाहिए कि यह शोध का कोर्इ चरण नहीं है क्योंकि शोध के जो निर्धारित या मान्य चरण हैं, उन सभी पर वास्तविक कार्य प्रारम्भ होने के पूर्व ही विस्तृत विचार होता है और तत्पश्चात् प्रत्येक चरण से सम्बन्धित विषय पर रणनीति तैय्यार की जाती है। जब सम्पूर्ण कार्य योजना विस्तृत रूप से संरचित हो जाती है तब वास्तविक शोध कार्य प्रारम्भ होता है। एफ.एन. करलिंगर (1964 : 275) के अनुसार,  ‘‘शोध प्रारुप अनुसंधान के लिए कल्पित एक योजना, एक संरचना तथा एक प्रणाली है, जिसका एकमात्र प्रयोजन शोध सम्बन्धी प्रश्नों का उत्तर प्राप्त करना तथा प्रसरणों का नियंत्रण करना होता है।’’ पी.वी. यंग (1977 : 12-13) के अनुसार , ‘‘क्या, कहाँ, कब, कितना, किस तरीके से इत्यादि के सम्बन्ध में निर्णय लेने के लिए किया गया विचार अध्ययन की योजना या अध्ययन प्रारूप का निर्माण करता