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आत्मबल - आनंद श्री कृष्णन

किसी भी व्यक्ति के चारों ओर प्रसंता और समृद्धि के अनेक साधन मौजूद है किसी भी व्यक्ति के चारों ओर प्रसंता और समृद्धि के अनेक साधन मौजूद है बुद्धिमान व्यक्ति ही इन्हें तलाशने की कोशिश करता है और तब वृत्त एक वस्तु औरत एक स्थान पर प्रसंता खुश खोज लेता है गेट ए ने कहा है प्रत्येक व्यक्ति को प्रतिदिन कम से कम एक छोटा सा गीत जरूर सुनना चाहिए एक उत्तम कविता जरूर पढ़नी चाहिए एक सुंदर चित्र अवश्य देखना चाहिए और कुछ मीठे बोल भी अवश्य बोलने चाहिए जब यह सब प्रसंता दायक प्रतीत होने लगे तो उसे चाहिए कि इसके द्वारा दूसरों को भी प्रसन्न करने का प्रयास करें आप अपने उद्देश्य की प्राप्ति के लिए भरसक प्रयास कर रहे हो तब भी अपने अंदर के संगीत और कविता को दबाने मत दीजिए नियम पूर्वक चिंतन के द्वारा आप भी अपने मन में सुंदर से सुंदर चित्रों के दर्शन कर सकते हैं क्योंकि जिसके पास बुद्धि जैसी संपत्ति है वह नित्य अपने मनोरंजन की व्यवस्था करके आनंद प्राप्त कर सकता है सुंदर गुणों के साथ मधुर स्वभाव का सहयोग स्पष्ट निर्णय तथा सामंजस्य पूर्ण कार्य शक्ति जीवन को पूर्ण बना देती है सवेरे जब आप सो कर उठते हैं और ऐसा अनुभव