Posts

Showing posts from October, 2018

लेखांकन के मुख्य उद्देश्य क्या हैं?

लागत लेखांकन के मुख्य उद्देश्य क्या हैं? लागत लेखा सामान्य वित्तीय लेखांकन से अलग और अलग है, जो आम तौर पर स्वीकार्य लेखा सिद्धांतों (जीएएपी) द्वारा विनियमित है और वित्तीय वक्तव्य बनाने के लिए जिम्मेदार है। इसके बजाय, लागत लेखांकन का उद्देश्य अंतर-व्यवसाय लागत नियंत्रण और दक्षता की रिपोर्ट, विश्लेषण और नेतृत्व करना है। लागत लेखा प्रबंधन के लिए संचालन विश्लेषण की एक प्रणाली है। लागत लेखांकन के क्षेत्र और प्रकृति हालांकि लागत लेखांकन को आमतौर पर लागत की विधि के रूप में जाना जाता है, लागत लेखांकन का दायरा सिर्फ लागत की तुलना में व्यापक है। लागत लेखा में, पारंपरिक बहीखाता पद्धति, सिस्टम विकास, मापन योग्य जानकारी और इनपुट विश्लेषण बनाने के तत्व हैं। लागत लेखांकन के आधुनिक तरीके पहले विनिर्माण उद्योगों में प्रचलित थे, हालांकि इसके फायदे ने इसे अन्य क्षेत्रों में तेजी से फैलाने में मदद की कई कंपनियों के लिए लागत लेखांकन एक सहजीवी, अंतर्जात तरीके से व्यापार रणनीति बनाने और मापने में मदद करता है। वित्तीय लेखांकन और लागत लेखा प्रणाली को उनके संबंधित लक्ष्य दर्शकों के आधार पर विभेदित किया जा

बहीखाता और लेखांकन के बीच का अंतर

बहीखाता और लेखांकन के बीच का अंतर बहीखाता का अर्थ एवं परिभाषा बहीखाते को अंग्रेजी में “बुक-कीपिंग” कहते हैं। वाणिज्य विषय-बुक कीपिगं का आशय हिसाब लिखने की कला से लगता जाता है अर्थात् बुक-कीपिंग से आशय हिसाब-किताब की बहियों में व्यापारिक सौदों को लिखने की कला से है। बहीखते को पुस्तपालन भी कहा जाता हैं। व्यवसाय में अनेकों लेन-देन होते है। क्या आप एक व्यवसाय के लेन-देन का अनुमान लगा सकते है ? यह संख्या व्यवसाय के आकार पर निर्भर करती है । एक दिन में यह लेन-देन सैकड़ों एवं हजारों की संख्या में हो सकते हैं। क्या कोर्इ व्यवसायी इन सभी, लेन-देना का विस्तार से विधि पूवर्क लेखाकंन आवश्यक हो जाता है । व्यावसायिक, लने -देना का लेखा पुस्तकों में विधिपूर्वक ‘लेखन पुस्तपालन’कहलाता हैं। पुस्तपालन का सम्बन्ध वित्तीय आँकड़ों के लेखा-जोखा से है। इसकी परिभाषा इस प्रकार से की जा सकती है। व्यावसायिक लेन-देनों का स्थायी रूप से हिसाब रखने की कला कला को पुस्तपालन कहते हैं। श्री डावर के अनुसार -  “हिसाब-किताब की पुस्तकों में व्यापारी के लेन-देनों का वर्गीकृत ढंग से लेखा करने की कला अथवा पद्धति के रूप में ब